नई दिल्ली (एकता): भारत में गणेश चतुर्थी, गणेशोत्सव, विनायक चतुर्थी सहित कई नामों से जाना जाने वाला यह त्योहार काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस उत्सव में लोग अपने घरों में गणेश जी की मूर्ति लाते हैं। वह हफ्ता या 10 दिन तक उनकी पूजा करते हैं। हर जगह से पारंपरिक तरीकों से मनाया जाता है। इसके बाद वह उसे रीति-रिवाज के साथ विसर्जन कर देते हैं। क्या आपको पता है कि भारत के कई राज्यों में यह त्योहार बेहद ही खास और अलग तरीके से मनाया जाता है। देश के दूसरे शहरों से भी लोग यहां गणपति बप्पा के दर्शन करने आते हैं। उनकी गणेश चतुर्थी के प्रति गहरी आस्था होती है। मीडिया सूत्रों के अनुसार इस बार गणेशोत्सव का त्योहार 19 सितंबर से शुरू होकर 28 सितंबर तक चलेगा।
गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया की गूंज पूरे मुंबई में गूंजती है। लोग इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। शहर भर में कई पंडालों और घरों में गणेश भगवान की मूर्ति की स्थापना के साथ मुंबई शहर जाग उठता है। काफी लोग इसे दूर-दूर से देखने के लिए आते हैं। लोगों का अरब सागर की ओर पूरा हुजूम निकल पड़ता है।
बेंगलूरु में भी धूमधाम से गणेश चतुर्थी देखी जाती है। हर जगह रोशनी और चहल-पहल होती है। इस शहर में जाम्बू गणपति मंदिर और अनंत नगर मंदिर बहुत मशहूर हैं। लोग जहां बप्पा के दर्शन करने के लिए शामिल होते हैं।
दिल्ली में गणेश चतुर्थी की झलक देखने को मिलती है। यहां कई सांस्कृतिक और पारंपरिक अनुष्ठानों के प्रति लोगों की आस्था रहती है। कई मंदिरों में पुजारियों द्वारा वेदों और उपनिषदों के मंत्र भी सुनने को मिलते हैं। पंडालों को बेहद ही खूबसूरत ढंग से सजाया जाता है।
महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्य गोवा में भी यह त्योहार काफी देखा जाता है। कई लोग घरों की सफाई करते हैं। देशभर से पर्यटक और भक्त रंगा-रंग उत्सव का हिस्सा बनते हैं। अगर आप भी त्योहार का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो आप बजट में होटल बुक कर सकते हैं।
तमिलनाडु के भी सभी मंदिरों में गणेश चतुर्थी पर विशेष आरती की जाती है। यहां पूजा करने के लिए विशाल गणेश की मूर्तियां रखी जाती हैं। भक्त के घर में पहले देवी गौरी का स्वागत किया जाता है। गणेश उत्सव भव्य तरीके से शुरू होता है और गोज्जू, मोदकम और पायसम जैसी मिठाइयां तैयार करने के साथ-साथ लोगों में बांटी भी जाती हैं।
